राजनीतिक विचारक

द्वंदात्मक भौतिकवाद : कार्ल  मार्क्स

             CONTENT परिचय द्वंदात्मक पद्धति भौतिकवाद द्वन्दात्मक भौतिकवाद द्वन्दात्मक भौतिकवाद की विशेषताएं आलोचना मूल्यांकन परिचय –  द्वंदात्मक भौतिकवाद का सिद्धांत मार्क्स के संपूर्ण चिंतन का मूल आधार है। द्वंद का विचार मार्क्स ने हीगल से ग्रहण किया तथा भौतिकवाद का विचार फ्यूअरबाख से लिया। क्योंकि इस सिद्धांत का प्रतिपादन दो […]

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भीमराव अंबेडकर की जीवनी

     Biography of Bhimrao Ambedkar (भीमराव अंबेडकर की जीवनी)   भीमराव को अस्पृश्य मानी जाने वाली जाति में पैदा होने के कारण उन्हें जीवन भर अनेक कष्टों को झेलना पड़ा। उनका जन्म इंदौर के निकट महू छावनी में पिता भीम सकपाल के यहां 14 अप्रैल सन् 1891 को हुआ। पिता कबीर पंथ के अनुयाई

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हाॅब्स का व्यक्तिवाद

  हाॅब्स का व्यक्तिवाद  (Hobbes’s individualism)   हरमन का कथन है कि “यद्यपि हाॅब्स उन प्रतिबंधों को स्वीकार करता है, जिन्हें संप्रभु, व्यक्ति पर आरोपित कर सकता है तथापि उसके सिद्धांत में व्यक्तिवाद के शक्तिशाली तत्व मौजूद हैं। सेबाइन के अनुसार “लाॅक का पूर्वगामी होने के चलते हाॅब्स को पहला दार्शनिक माना जाता है, जिसके

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राज्य की उत्पत्ति

  राज्य की उत्पत्ति (Origin of state) कौटिल्य   कौटिल्य के अनुसार सृष्टि के प्रारंभ में मनुष्य प्राकृतिक अवस्था में रहता था। हाॅब्स के समान कौटिल्य उस प्राकृतिक अवस्था को राज्यविहीन, कानून विहीन तथा अनैतिकतापूर्ण मानता है। पूर्व काल में एक समय ऐसा भी था, जब मत्स्य न्याय का प्रचलन था। जिस प्रकार बड़ी मछली

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थाॅमस हाॅब्स की जीवन परिचय

थाॅमस हाॅब्स का जन्म 1588 ई. में इंग्लैंड के दक्षिणी तट पर स्थित मेम्सबरी( maimsbury) नामक नगर में हुआ था। उसके जन्म के पूर्व स्पेन की जनसेना (Armada) ने इंग्लैंड पर आक्रमण किया था। सभी लोग भयाक्रांत थे। कहा जाता है कि भय के वातावरण में जन्मा हाॅब्स जिंदगी भर ऐसे ही ग्रस्त रहा। स्वयं

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मैकियावेली की मानव स्वभाव संबंधी विचार

मानव स्वभाव संबंधी विचार (views on human nature) machiavelli मैकियावेली ने मानव स्वभाव को पतित और विकृत बताया है। उसके अनुसार मनुष्य चंचल, धोखेबाज, चंचल, लालची तथा संकट से बचने वाला होता है। वह अपने लाभ एवं स्वार्थों की पूर्ति के लिए दूसरों का साथ पकड़ता है। वह एक खास सीमा तक अपनी संपत्ति, जीवन,

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धर्म और नैतिकता पर मैकियावेली के विचार

धर्म और नैतिकता पर मैकियावेली के विचार मैकियावेली ने राजनीति को धर्म और नैतिकता से अलग किया। आधुनिक युग का आरंभ करने वाले पुनर्जागरण के प्रतिनिधि के रूप में वही सबसे पहला विचारक था, जिसने ऐसा किया। हम लोग धर्म और नैतिकता के संबंध में उसके विचारों को देखते हुए यह समझने का प्रयास करेंगे

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शिक्षा का सिद्धांत-प्लेटो

  शिक्षा का सिद्धांत (Theory of knowledge)   प्लेटो की रिपब्लिक केवल सरकार के संबंध में लिखी गई पुस्तक नहीं है, जैसा कि रूसो कहता है यह शिक्षाशास्त्र का प्रबंध ग्रंथ है। उसके सारे दर्शन का सार जैसा, कि रिपब्लिक में बताया गया है, प्राचीन यूनानी समाज में सुधार लाना था। रिपब्लिक का उद्देश्य न्याय

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न्याय का सिद्धांत-प्लेटो

  न्याय का सिद्धांत (theory of justice)   ग्रीक राजनीतिक चिंतन के इतिहास में प्लेटो एक उच्च कोटि के आदर्शवादी राजनीतिक विचारक तथा नैतिकता के एक महान पुजारी थे। चूंकि सुकरात की मृत्यु से प्लेटो का ह्रदय लोकतंत्र से भर गया था। अतः अपनी न्याय धारणा के आधार पर प्लेटो एक शासनतंत्र की कल्पना करने

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हाॅब्स का सामाजिक समझौता सिद्धांत

  थॉमस  हाब्स  का  जन्म  वेस्टपोर्ट  (इंग्लैंड)  में  1588  में  हुआ  था।  उसके  जीवन  में  घटित  होने वाली  घटनाओं  का  प्रभाव  उस  पर  सबसे  अधिक  पड़ा।  जब  वह  छोटा  था  तभी  से  इंग्लैंड  में  गृह  युद्ध  प्रारंभ  हो  चुके  थे।  उस  पर  सबसे  अधिक  प्रभाव  इंग्लैंड  के  युद्ध  का  ही  पड़ा।  उसने 1651  में  लेवायथन 

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