भारतीय संविधान के स्त्रोत

संविधान निर्माता अनेक स्थानों से संविधान निर्माण के लिए विषय वस्तु का संकलन करते हैं। संविधान सभा द्वारा निर्मित लिखित दस्तावेज ही संविधान नहीं होता। संविधान की विचारधारा, मान्यताएं एवं दर्शन को कहीं न कहीं से प्रेरणा अवश्य मिलती है। संविधान निर्मित शासन तंत्र का आधार भी किसी न किसी अन्य तंत्र से स्फूर्ति ग्रहण […]

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आसियान : दक्षिण पूर्व एशियाई देशों का संगठन

               संदर्भ  परिचय, आसियान की स्थापना, आसियान सदस्य राष्ट्र, आसियान के उद्देश्य, आसियान के प्रमुख अभिकरण, आसियान के शिखर सम्मेलन, आसियान की भूमिका। परिचय ‘दक्षिण पूर्वी एशिया’ शब्द का प्रयोग उन देशों के लिए किया जाता है, जो हिंद महासागर के पूर्व तथा पश्चिमी प्रशांत महासागर के क्षेत्र में

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हीगल का द्वन्द्ववाद का विचार

              CONTENT हीगल का द्वन्द्ववाद का विचार द्वन्द्ववाद की आलोचना द्वन्द्ववाद का महत्व हीगल का द्वन्द्ववाद का विचार उसके सभी महत्वपूर्ण विचारों में से एक प्रमुख विचार है। यह विश्व इतिहास की सही व्याख्या करने का सबसे अधिक सही उपकरण है। हीगल ने इस उपकरण की सहायता से अपने दार्शनिक

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मिल की प्रतिनिधि शासन संबंधी अवधारणा

             सन्दर्भ  परिचय, प्रजातंत्र के पक्ष में तर्क, प्रजातंत्र के प्रकार, प्रतिनिधि शासन का सिद्धांत, सरकार के कार्य, सच्चे प्रजातंत्र के लिए सुझाव, आलोचनाएं, परिचय – मिल ने प्रजातांत्रिक शासन व्यवस्था पर अपने विचार अपनी पुस्तक प्रतिनिधि शासन (representative government) में व्यक्त किया है। मिल ने शासन की उस प्रणाली

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जे. एस. मिल का स्वतंत्रता संबंधी विचार

         CONTENT परिचय, स्वतंत्रता पर निबंध लिखने की प्रेरणा, स्वतंत्रता की परिभाषा, स्वतंत्रता के दार्शनिक आधार, स्वतंत्रता के प्रकार, स्वतंत्रता पर सीमाएं , आलोचनाएं, परिचय – जॉन स्टूअर्ट मिल का स्वतंत्रता संबंधी विचार ऑन लिबर्टी (1859) नामक ग्रंथ में निहित है। मिल का स्वतंत्रता संबंधी ग्रंथ अंग्रेजी भाषा में स्वतंत्रता के समर्थन

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उपयोगितावाद का सिद्धांत : बेंथम

उपयोगितावाद का सिद्धांत : बेंथम ( theory of utilitarianism : bentham )                     संदर्भ : उपयोगितावाद का अर्थ, उपयोगितावाद सिद्धांत के कुछ महत्वपूर्ण बिंदु , उपयोगितावाद की आलोचनाएं, उपयोगितावाद का सिद्धांत बेंथम की सबसे महत्वपूर्ण एवं अमूल्य देन है। उसके अन्य सभी राजनीतिक विचार उसके उपयोगितावाद

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अरस्तु की दासता का सिद्धांत

            CONTENT: दास कौन है ?, दासता के पक्ष में अरस्तू के विचार, दासता के प्रकार, दास प्रथा में सुधार के लिए सूत्र , आलोचना अरस्तु के अनुसार दास प्रथा नगर राज्यों के संपूर्ण विकास के लिए अति आवश्यक है। दासों का तत्कालीन यूनानी समाज में एक महत्वपूर्ण योगदान है।

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अरस्तु की क्रांति का सिद्धांत

                   CONTENT: क्रांति का अर्थ , क्रांतियों के प्रकार, क्रांतियों के उद्देश्य, क्रांति के कारण, क्रांतियों को रोकने के उपाय, आलोचनाएं,   क्रांति का अर्थ  अरस्तु की क्रांति संबंधी धारणा तथा हमारी आज की क्रांति संबंधित धारणा में महान अंतर है। किसी राज्य में जनता अथवा जनता

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अरस्तु का आदर्श राज्य ( ideal state of aristotle )

                    CONTENT: आदर्श राज्य का उद्देश्य, आदर्श राज्य की विशेषताएं, आदर्श राज्य के आवश्यक तत्व, अरस्तु ने अपने ग्रंथ पॉलिटिक्स की सातवीं पुस्तक में अपने आदर्श राज्य का वर्णन किया है। अरस्तु के आदर्श राज्य का विचार उसका मौलिक विचार नहीं है। उसने मुख्य रूप से

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प्लेटो का दार्शनिक शासक

                             CONTENT: दार्शनिक शासक की विशेषताएं, आलोचनाएं, प्लेटो के अनुसार आत्मा के तीन तत्व – ज्ञान, साहस और वासना है। इन्हीं के अनुरूप समाज में ज्ञान प्रधान, भाव प्रधान और वासना प्रधान मनुष्य होते हैं। ज्ञान प्रधान वर्ग सर्वोत्तम होता है। दार्शनिक

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